भारत में लोकतंत्र का त्योहार यानी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है. 6 फेज की वोटिंग पूरी हो चुकी है. 1 जून को सातवें फेज की वोटिंग के साथ ही चुनाव संपन्न हो जाएंगे. ये लोकसभा चुनाव निश्चित रूप से दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में अब तक का सबसे बड़ा इको-फ्रेंडली इलेक्शन भी है. भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार का दावा है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में करीब 968 मिलियन मतदाताओं के लिए इको-फ्रेंडली चुनाव करवाए गए.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने NDTV को फोन पर हुई बातचीत में ये जानकारी दी. CEC राजीव कुमार ने कहा, "इसमें कोई शक नहीं है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में 2024 के आम चुनाव इको-फ्रेंडली तरीके से हुए.
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के इस्तेमाल की वजह से भारी मात्रा में कागज की बचत हुई. मतदाताओं और उम्मीदवारों की शिकायत दर्ज करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडियम का इस्तेमाल हुआ. चुनावी प्रक्रिया में राजनीतिक दलों को सिंगल यूज्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने के निर्देश दिए गए थे."
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CEC ने बताया, "चुनाव के दौरान देशभर में कई इको-फ्रेंडली पोलिंग बूथ भी बनवाए गए थे. ऐसे में भारत ने अब कम कार्बन फुट प्रिंट के साथ सस्टेनेबल इलेक्शन कराने के लिए एक नया ग्लोबल बेंचमार्क सेट कर दिया है."
CEC राजीव कुमार ने कहा, "रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल हमारे इलेक्शन प्रोसेस का मंत्र है. 2024 में 5.6 मिलियन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के इस्तेमाल से 11500 टन से ज्यादा कागज की बचत हुई. 2.15 लाख पेड़ों को काटने से रोका गया." राजीव कुमार ने बताया, "हर EVM की लाइफ 15 साल होती है. एक ही मशी का इस्तेमाल करके आसानी से 3 संसदीय चुनाव करवाए जा सकते हैं. यानी EVM पर्यावरण की दृष्टि से ज्यादा सस्टेनेबल है."
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