वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि इजराइल-हमास युद्ध जैसे मुद्दों के कारण उभरी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत ने अपनी निर्यात वृद्धि बरकरार रखी है. दिन में पेश अंतरिम बजट पर उन्होंने कहा कि इसने आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत नींव रखी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से, इन संघर्षों के कारण देश को ‘बहुत गंभीर' चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
बजट के बाद गोयल ने कहा, “लेकिन इन चुनौतियों के बावजूद, भारत आर्थिक वृद्धि के मामले में उज्ज्वल स्थान बना हुआ है. ...और हमने अपने निर्यात को व्यापक रूप से जारी रखा है. मुझे लगता है, भारत की कहानी मजबूती और ताकत की है.”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के बाद अपने भाषण में कहा कि भूराजनीतिक रूप से युद्ध और संघर्षों के कारण वैश्विक मामले अधिक जटिल और चुनौतीपूर्ण होते जा रहे हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध, इस्राइल-हमास संघर्ष और लाल सागर संकट ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर दिया है. लाल सागर सबसे व्यस्त व्यापार मार्ग है क्योंकि यहां से वैश्विक कंटेनर यातायात का 30 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का 12 प्रतिशत हिस्सा होता है.
गोयल ने कहा कि इन चुनौतियों के कारण व्यापार के मोर्चे पर हमारी वृद्धि क्षमता काफी धीमी हो गई है और कमजोरी दिख रही है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2023 में भारत का निर्यात केवल एक प्रतिशत बढ़कर 38.45 अरब डॉलर रहा है, जबकि व्यापार घाटा तीन महीने के निचले स्तर 19.8 अरब डॉलर तक कम हो गया.
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